Famous Quotes Of Atal Bihari Vajpayee In Hindi

अटल बिहारी वाजपेयी! नाम तो सुना ही होगा? अरे, वो दमदार आवाज़ वाले, कवि हृदय वाले, और राजनीति के मैदान के धाकड़ खिलाड़ी! उनके भाषणों में ऐसा जादू था कि विरोधी भी मंत्रमुग्ध हो जाते थे। आज हम उनके कुछ ऐसे ही धांसू कोट्स (quotes) देखेंगे, जिन्हें सुनकर आप कहेंगे, "वाह! क्या बात है!"
"आप दोस्त बदल सकते हैं, पड़ोसी नहीं।"
सोचिए, आपके पड़ोस में कोई शर्मा जी रहते हैं, जो हर बात में टोका-टाकी करते हैं। मन तो करता है कि पड़ोस ही बदल लें! लेकिन अटल जी कह गए हैं कि दोस्त भले बदल लो, पड़ोसी तो वही रहेंगे। इसलिए, शर्मा जी के साथ चाय पर चर्चा करके मामला सुलझाना ही बेहतर है, है ना?
ये quote सिर्फ पड़ोसियों के लिए नहीं है। अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी इसका गहरा मतलब है। अटल जी जानते थे कि देशों के बीच रिश्ते निभाने पड़ते हैं, चाहे कितने भी मतभेद हों। इसलिए, दोस्ती का हाथ हमेशा आगे बढ़ाना चाहिए!
"सत्ता का खेल तो चलेगा, सरकारें आएँगी, जाएँगी, पार्टियाँ बनेंगी, बिगड़ेंगी, मगर ये देश रहना चाहिए।"
राजनीति तो ऊपर-नीचे होती रहती है। कभी आपकी पार्टी जीतेगी, कभी दूसरी। लेकिन अटल जी कहते थे कि इन सब बातों से ऊपर, देश सबसे जरूरी है! मतलब, कुर्सी की दौड़ में देश को भूलना नहीं है। है न एकदम देशभक्ति वाली बात?
मान लीजिए, आप क्रिकेट खेल रहे हैं। कभी आप जीतेंगे, कभी हारेंगे। लेकिन खेल की भावना बनाए रखना जरूरी है। उसी तरह, राजनीति में भी हार-जीत लगी रहती है, पर देश का मान हमेशा ऊपर रखना चाहिए। जय हिन्द!
"गरीबी बहुआयामी है। यह केवल आय की अपर्याप्तता ही नहीं है।"
सिर्फ पैसे की कमी ही गरीबी नहीं है! अटल जी का कहना था कि गरीबी में शिक्षा की कमी भी होती है, स्वास्थ्य की कमी भी होती है, और अवसरों की कमी भी होती है। मतलब, गरीबी एक बहुत बड़ी समस्या है, जिसे हमें मिलकर हल करना होगा।
सोचिए, आपके पास खूब पैसे हैं, लेकिन आप बीमार रहते हैं और अच्छी शिक्षा नहीं ले पाते। क्या आप खुश रहेंगे? बिलकुल नहीं! इसलिए, गरीबी को सिर्फ पैसों से नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू से जोड़कर देखना चाहिए। अटल जी का ये विचार आज भी प्रासंगिक है।
"बंदूकों से समस्या का हल नहीं किया जा सकता। मुद्दे का समाधान केवल भाईचारे से ही किया जा सकता है।"
लड़ाई-झगड़े से कुछ नहीं होता! अटल जी का ये मानना था। उनका कहना था कि अगर कोई समस्या है, तो उसे प्यार से, बातचीत से सुलझाओ। बंदूकें तो सिर्फ विनाश लाती हैं।
जैसे, आपके घर में किसी बात पर झगड़ा हो गया। अब आप चिल्ला-चिल्लाकर बात करेंगे, तो क्या समस्या सुलझेगी? नहीं! लेकिन अगर आप शांति से बैठकर बात करेंगे, तो शायद कोई हल निकल आए। अटल जी का यही संदेश था, चाहे घर हो या देश, भाईचारा सबसे जरूरी है!
"कौन जानता है कि कौन शासक होगा? मेरे देश को यह शासित होना चाहिए कि कोई भी शासक आए, वह मेरे देश के लोगों को कष्ट न दे।"
कौन राजा बनेगा, ये तो भविष्य बताएगा! पर अटल जी की इच्छा थी कि जो भी शासक बने, वो जनता को परेशान ना करे। मतलब, राजा ऐसा हो जो प्रजा का ध्यान रखे, ना कि सिर्फ अपनी कुर्सी का।
जैसे, क्लास में मॉनिटर बनता है। मॉनिटर का काम ये नहीं है कि वो सबको डराए। उसका काम ये है कि वो क्लास को अच्छे से चलाए और सबकी मदद करे। अटल जी भी यही चाहते थे कि हमारे नेता, मॉनिटर की तरह, जनता की सेवा करें!
अटल जी के कोट्स: एक सीख, एक प्रेरणा!
तो ये थे अटल बिहारी वाजपेयी जी के कुछ धांसू कोट्स। उम्मीद है आपको इन्हें पढ़कर मजा आया होगा, और कुछ सीखने को भी मिला होगा। उनके विचार आज भी हमें रास्ता दिखाते हैं, और प्रेरित करते हैं कि हम एक बेहतर इंसान बनें और अपने देश को आगे ले जाएं।
और हाँ, शर्मा जी को चाय पर जरूर बुलाना! क्या पता, अटल जी के कोट्स से प्रेरित होकर आपकी दोस्ती हो जाए!

















